Dard Bhari Shayari || Dard Bhari Shayari in Hindi 2023
dard bhari shayari || dard bhari shayari in hindi 2023 प्यार को दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास माना जाता है। प्यार में पड़ने वाला हर व्यक्ति खुद को ग्रह पर सबसे खुश व्यक्ति मानता है। आज के समय में, क्या आपको कोई ऐसा व्यक्ति मिलना चाहिए जो आपसे सच्चा प्यार करता हो, आप खुश हो। यह भी कहा गया है कि इस दुनिया में, सच्चा प्यार बहुत कम लोगों के भाग्य पर है।
जिसने भी सच्चा प्यार पाया है, उसके बजाय यह एक खुशहाल व्यक्ति है जिसका प्यार उसके जीवनकाल में उसके साथ है। अक्सर यह देखा गया है कि लोग इस दुनिया में अपना सच्चा प्यार प्राप्त करते हैं, लेकिन उनमें से बहुत से ऐसे व्यक्ति हैं जो अपने जीवन के दौरान उनके साथ प्यार करते हैं।
वो लोगो के लिए dard bhari shayari बहुत काम आती हैं तो दोस्तों आज की ये शायरिया उनके लिए हैं जिनका दिल टूट चूका हैं और प्यार में धोका मिला हैं
Dard Bhari shayari
किसी का दिल इतना भी मत दुखाओ कि…
वो खुदा के सामने तुम्हारा नाम लेकर रो पड़े”
हालात कह रहे है अब वो याद नही करेंगे
ओर उम्मीद कह रही है थोड़ा और इंतजार कर।
“नाराजगी चाहे कितनी भी क्यों ना हो,
पर तुझे छोड़ देने का ख्याल हम आज भी नहीं रखते”
“मुझे तुझ से नही नही तेरे अंदर बैठे रब से मोहब्बत है,
तुम तो बस एक ज़रिया हो मेरे इबादत का”
Dard Bhari Shayari
“जिंदगी में अक्सर कुछ लोग ऐसे भी मिल जाते हैं,
जिनको सिर्फ चाहा जा सकता है पाया नही..
क्यूँ के वो किसी ओर की किस्मत में होते है।”
“बुरा तो तब लगता है, जब हम एक ही इंसान से,
बात करना चाहते हो और वो हमे इग्नोर करता है।”
“कौन कहता है कि सिर्फ नफरतों मे ही दर्द होता है,
कभी कभी बेंपनाह मुहब्बत भी बहुत दर्द देती है।”
“दिल टूटा है संभलने मे कुछ, वक़्त तो लगेगा साहब,
हर चीज इश्क़ तो नहीं, की एक पल में हो जाए।”
“अजीब सी थी वो, मुझे बदल कर खुद बदल गई”
“प्यार किया तुझको दिलोजान से,
इस दिल में तुमको इस कदर बसा लिया,
भुला ना पाया है ये दिल तुझको आज तक,
लेकिन तुमने तो इसे दुख के आंसू रुला दिया।”
“अब मेरे हाल चाल नहीं पूछते हो तो क्या हुआ
कल एक एक से पूछोगे की उसे हुआ क्या था”
“हमें देख कर जब उसने मुँह मोड़ लिया,
एक तसल्ली हो गयी चलो पहचानते तो हैं।”
“मेरी कोशिश हमेशा से ही नाकाम रही
पहले तुझे पाने की अब तुझे भुलाने की।”
“झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया,
सब कुछ भुला के उनका इंतज़ार किया,
वो जान ही न पाई जजबात मेरे,
जिसे दुनियाँ में मैंने सबसे ज्यादा प्यार किया.”
“मैं क्यों पुकारू उन्हें की लौट आओ
क्या उन्हें खबर नही है के
उनके सिवा कोई नही है मेरा।”
“जितना बदल सकते थे बदल लिया खुद को..!
अब जिसको शिकायत हो वो अपना रास्ता बदल ले
“अब तो हर रोज आपसे मिलने को जी करता है
कुछ सुनने और सुनाने को जी करता है और
आपके मनाने का अंदाज कुछ ऐसा है की
एक बार फिर से रूठ जाने को जी करता है”
“निकाल दिया उसने अपनी ज़िन्दगी से भीगे कागज की तरह,
ना लिखने के काबिल छोडा ना जलाने के”
“कितने अजीब है जमाने के लोग खिलौना छोड़ कर जज्बातों से खेलते है।”
“ये जो तुम्हारी याद है ना बस, यही एक मेरी जायदाद है…!!!”
“दर्द दे कर इश्क़ ने हमे रुला दिया,
जिस पर मरते थे उसने ही हमे भुला दिया,
हम तो उनकी यादों में ही जी लेते थे,
मगर उन्होने तो यादों में ही ज़हेर मिला दिया”
“किसकी पनाह म तुझे गुजारे ए ज़िन्दगी,
अब तो रास्तों ने भी कह दिया है, घर क्यों नहीं जाते।”
“ना चाहते हुए भी छोड़ना पड़ता है
साथ कभी कभी,
कुछ मजबूरियां मुहब्बत से
भी ज्यादा गहरी होती है।”
“सोचा न था वो शख्स भी इतना जल्दी साथ छोड़ जाएगाजो
मुझे उदास देखकर कहता था.. मैं हूँ ना।”
“बदल जाते है वह लोग वक़्त की तरह,
जिन्हें हद से ज्यादा वक़्त दिया जाए।”
“हमने सोचा था की बताएंगे,
सब दुःख दर्द तुमको।
पर तुमने तो इतना भी न
पूछा की खामोश क्यों हो!”
“कुछ तन्हाईयां बेवजह नहीं होती,
कुछ दर्द आवाज़ छीन लिया करते हैं।”
“ना तो अनपढ़ रहे न ही काबिल हुऐ हम खामखा
ऐ इश्क तेरे स्कूल में दाखिल हुए.”
“ये जो हालात है, यकीनन एक दिन सुधर जाएंगे,
पर अफसोस के कुछ लोग दिल से उतर जाएंगे।”
“वो सिर्फ मोहब्बत नही जमाना थी मेरा,
मैं उस से कुछ छुपाता ही नही था…!!!”
“इतनी हिम्मत तो नहीं मुझमे की दुनिया से छीन लू तुझे
लेकिन तुझे मेरे दिल से कोई निकाले
इतना हक़ तो मैने खुद को भी नहीं दिया”
“कितना भी खुश रहने की कोशिश कर लो,
जब कोई याद आता है तो बहुत रुलाता है।”
“बड़ा गजब किरदार है मोहब्बत का,
अधूरी हो सकती है मगर खत्म नहीं।”
“कुछ गीले शिकवे हो तो दूर कर लेने चाहिए,
खामोशियां अच्छी नहीं होती रिश्तों के बीच।”
“ख्वाब बोये थे और अकेलापन काटा है,
इस मोहब्बत में यारों बहुत घाटा है।”
“तुझे शिकायत है की मुझे बदल दिया वक़्त ने
कभी खुद से भी सवाल कर क्या तू वही है”
मुझे बहुत प्यारी है, तुम्हारी दी हुई हर एक निशानी,
चाहे वो मेरे दिल का दर्द हो या मेरी आँखों का पानी।
“अरमान था तेरे साथ जिंदगी बिताने का,
शिकवा है खुद के खामोश रह जाने का,
दीवानगी इस से बढकर और क्या होगी,
आज भी इंतजार है तेरे आने का”
“कभी रो लेने दो कंधे पर सर रखकर मुझे,
की दर्द का बवंडर अब संभाला नहीं जाता,
कब तक छुपाकर रखे आंखो म इसे,
की आंसुओ का समंदर अब संभाला नहीं जाता।”
“मत रहो हमसे इतना दूर के अपने फैसले पर अफसोस हो जाए,
कल को शायद ऐसी मुलाकात हो हमारी,
आप लिपटकर रोए और हम खामोश हो जाए।”
“आंसुओं की बूँदें हैं या आँखों की नमी है,
न ऊपर आसमां है न नीचे ज़मी है,
यह कैसा मोड़ है ज़िन्दगी का,
उसी की ज़रूरत है और उसी की कमी है।”
“दर्द महसूस भी होता है, दिल आज भी तड़पता है
तेरी एक झलक के लिए दिल आज भी तरसता है”
“उसकी दर्द भरी आँखों ने जिस जगह कहा था “अलविदा”
आज भी वही खड़ा है दिल उसके आने के इंतज़ार में..!!”
Dard Bhari Shayari in Hindi
Dard Bhari Shayari दिल की दर्दनाक भावनाओं को व्यक्त करने वाली कविता का एक रूप है। हमने हिंदी में सर्वश्रेष्ठ Dard Bhari Shayari एकत्र की है।
यह सब अधूरे प्यार या जीवन में कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के कारण दिल में उठने वाली भावनाओं के चरम दर्द के बारे में है। अगर आप latest Dard Bhari Shayari, Dard Bhari Shayari status, best painful shayari, Facebook और whatsapp के लिए herat touching status की तलाश में हैं तो हमारे पूरे संग्रह को पढ़ें और दिल से शब्दों की गहराई महसूस करें।
अगर मोहब्बत की हद नहीं कोई,
तो दर्द का हिसाब क्यूँ रखूं।
नसीहत अच्छी देती है दुनिया,
अगर दर्द किसी ग़ैर का हो।
दिलजलों से दिल्लगी अच्छी नहीं,
रोने वालों से हँसी अच्छी नहीं।
हाल पूछा न खैरियत पूछी,
आज भी उसने हैसियत पूछी।
मान लेता हूँ तेरे वादे को,
भूल जाता हूँ मैं कि तू है वही।
खामोशियाँ कर देतीं बयान तो अलग बात है,
कुछ दर्द हैं जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते।
आँखों में उमड़ आता है बादल बन कर,
दर्द एहसास को बंजर नहीं रहने देता।
मुझको ढूँढ़ लेता है हर रोज़ नए बहाने से,
दर्द हो गया है वाकिफ मेरे हर ठिकाने से।
हवा से लिपटी हुयी सिसकियों से लगता है,
मेरी कहानी किसी और ने भी दोहराई है।
Dard Bhari Shayari
अब इस से ज्यादा और क्या नरमी बरतूं,
दिल के ज़ख्मों को छुया है तेरे गालों की तरह।
आईना आज फिर रिश्वत लेता पकड़ा गया,
दिल में था दर्द चेहरा हँसता हुआ पकड़ा गया।
बदले तो नहीं हैं वो दिल-ओ-जान के क़रीने,
आँखों की जलन दिल की चुभन अब भी वही है।
रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे,
एक दर्द जो दिल में है मरता ही नहीं है।
दर्द मोहब्बत का ऐ दोस्त बहुत खूब होगा,
न चुभेगा.. न दिखेगा.. बस महसूस होगा।
दर्द में भी ये लब मुस्कुरा जाते हैं,
बीते लम्हे हमें जब भी याद आते है।
दर्द को मुस्कराकर सहना क्या सीख लिया,
सब ने सोच लिया मुझे तकलीफ़ नहीं होती।
मेरे तो दर्द भी औरों के काम आते हैं,
मैं रो पडूँ तो कई लोग मुस्कराते है।
भीगी मिट्टी की महक एहसास बढ़ा देती है,
दर्द बरसात की बूँदों में बसा करता है।
हमदर्दियाँ भी मुझे काटने लगती हैं अब,
यूँ मुझसे मेरा मिजाज़ ना पूछा करे कोई।
लोग मुन्तज़िर ही रहे कि हमें टूटा हुआ देखें,
और हम थे कि दर्द सहते-सहते पत्थर के हो गए।
पास जब तक वो रहे दर्द थमा रहता है,
फैलता जाता है फिर आँख के काजल की तरह।
जाने-तन्हा पे गुजर जायें हजारो सदमें,
आँख में अश्क भी आयें ये जरूरी तो नहीं।
दर्द का मेरे यकीं आप करें या ना करें,
इल्तिजा है कि इस राज़ का चर्चा ना करें।
शीशा टूटे और बिखर जाये वो बेहतर है,
दरारें ना जीने देती हैं ना मरने देती हैं।
तकलीफ ये नहीं कि तुम्हें अज़ीज़ कोई और है,
दर्द तब हुआ जब हम नजरंदाज किए गए।
अपना कोई मिल जाता तो हम फूट के रो लेते,
यहाँ सब गैर हैं तो हँस के गुजर जायेगी।
मेरे आँसुओं के दाम तुम चुका नहीं पाओगे,
मोहब्बत न ले सके तो दर्द क्या खरीदोगे।
तोड़ दिए मैंने घर के आईने सभी,
प्यार में हारे हुए लोग मुझसे देखे नहीं जाते।
वक़्त ख़ुशी से काटने का मशवरा देते हुये,
रो पड़ा वो ख़ुद ही मुझे हौंसला देते हुये ।
ज़ख्म बहुत हैं फिर भी मेरा हौसला तो देख,
तू हँस दिया तो मैं भी तेरे साथ हँस दिया।
अब तो दामन-ए-दिल छोड़ दो बेकार उमीदों,
बहुत दर्द सह लिए मैंने बहुत दिन जी लिया मैंने।
तुझसे पहले भी कई जख्म थे सीने में मगर,
अब के वह दर्द है दिल में कि रगें टूटती हैं।
मुझ पर सितम ढहा गए मेरी ही ग़ज़ल के शेर,
पढ़-पढ़ के खो रहे हैं वो गैर के ख्याल में।
आज उस ने एक दर्द दिया तो मुझे याद आया,
हमने ही दुआओं में उसके सारे दर्द माँगे थे।
पर्दा गिरते ही खत्म हो जाते हैं तमाशे सारे,
खूब रोते हैं फिर औरों को हँसाने वाले।
किया है बर्दाश्त तेरा हर दर्द इसी आस के साथ,
कि खुदा नूर भी बरसाता है आज़माइशों के बाद।
Dard Bhari Shayari
और भी कर देता है मेरे दर्द में इज़ाफ़ा,
तेरे रहते हुए गैरों का दिलासा देना।
सब सो गए अपना दर्द अपनों को सुना के,
कोई होता मेरा तो मुझे भी नींद आ जाती।
विसाल, हिज्र, वफ़ा, फ़िक्र, दर्द, मजबूरी,
जरा सी उम्र में कितने ज़माने देखे हैं।
दर्द कब मोहताज़ होता है लफ्जों का,
दो बूंद आँसू चाहिए बयाँ करने के लिये।
दुरुस्त कर ही लिया मैंने नजरिया अपना,
कि दर्द न हो तो मोहब्बत मजाक लगती है।
रहा न दिल में वो बेदर्द और दर्द रहा,
मुक़ीम कौन हुआ है मुक़ाम किसका था।
तरतीब-ए-सितम का भी सलीक़ा था उसे,
पहले पागल कर दिया फिर मुझे पत्थर मारे।
झूठी हँसी से जख्म और बढ़ता गया,
इससे बेहतर था खुलकर रो लिए होते।
दिल के ज़ख्मों को हवा लगती है,
साँस लेना भी यहाँ आसान नहीं है।
फैसला ये मेरे यार बहुत मुश्किल है,
तेरे ज़ुल्म सहें या कि फ़ना हो जाएँ।
मेरी हर आह को वाह मिली है यहाँ.
कौन कहता है दर्द बिकता नहीं है।
एक फ़साना सुन गए एक कह गए,
मैं जो रोया तो मुस्कुराकर रह गए।
फिर कोई सवाल सुलगता है रात भर,
फिर कोई जवाब सिसकता ही रह गया।
उससे पूछो अज़ाब रिश्तों का,
जिसका साथी सफ़र में बिछड़ा है।
मेरी फितरत ही कुछ ऐसी है कि,
दर्द सहने का लुत्फ़ उठाता हूँ मैं।
मुझको तो दर्द-ए-दिल का मज़ा याद आ गया,
तुम क्यों हुए उदास तुम्हें क्या याद आ गया?
कहने को जिंदगी थी बहुत मुख्तसर मगर,
कुछ यूँ बसर हुई कि खुदा याद आ गया।
Dard Bhari Shayari 2023
कैसे बयान करें आलम दिल की बेबसी का,
वो क्या समझे दर्द आँखों की इस नमी का,
उनके चाहने वाले इतने हो गए हैं अब कि,
उन्हे जब एहसास ही नहीं हमारी कमी का।
दर्द के दामन में चाहत के कमल खिलते हैं,
अश्क की लकीर पर यादों के कदम चलते हैं,
रेंगते ख्यालों में नजर आती हैं मंजिलें,
जब भी निगाहों में ख्वाबों के दिए जलते हैं।
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