100+ Best Intezaar Shayari in Hindi | Status , Quotes | इंतजार शायरी
Intezaar Shayari in Hindi:- आज के समय में सबकी बहुत ही busy Life हो चुकी हैं तो सभी एक दूसरे को इंतजार करवाने में कोई भी कसर नही छोड़ते हैं। और वह कोई भी हो सकता हैं आपके अपने प्रेमी भी हो सकते हैं। तो इसी लिए आज हम आपके लिए Best Intezaar Shayari दे रहें हैं जिसको आप उनको भेज सकते हैं जो आपको बहुत ज्यादा इंतजार करवातेे हैं।
तो आप एक बार इन सभी Intezaar Shayari को जरूर पढ़े ये सभी शायरी बहुत ही अच्छी हैं और यह सभी चुन कर हम आप तर पहुचा रहें हैं जिनको पढ़कर आपको जरूर यह पसंद आयेगी और आप अपने दोस्तो और परिवार और साथ ही साथ आप जिनसे प्यार करते हैं उनके साथ भी शेयर कर सकते है। आप इन सभी शायरी को अपने whatsapp status में लगाकर उसको बता सकते हैं जो आपको इंतजरा करवा रहा हैं।
ऐ मौत उन्हें भुलाए ज़माने गुजर गए,
आ जा कि ज़हर खाए ज़माने गुजर गए,
ओ जाने वाले आ कि तेरे इंतजार में,
रास्ते को घर बनाए ज़माने गुजर गए।दिन भर भटकते रहते हैं अरमान तुझसे मिलने के,
न ये दिल ठहरता है न तेरा इंतज़ार रुकता है।
किन लफ्जों में लिखूँ मैं अपने इंतज़ार को तुम्हें,
बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूंढ़ता है खामोशी से तुझे।
वो न आएगा हमें मालूम था इस शाम भी,
इंतज़ार उस का मगर कुछ सोच कर करते रहे।
आँखों ने जर्रे-जर्रे पर सजदे लुटाये हैं,
क्या जाने जा छुपा मेरा पर्दानशीं कहाँ।
हर आहट पर साँसें लेने लगता है,
इंतज़ार भी भला कभी मरता है।
ये जो पत्थर है आदमी था कभी,
इस को कहते हैं इंतज़ार मियां।
हालात कह रहे हैं मुलाकात नहीं मुमकिन,
उम्मीद कह रही है थोड़ा इंतज़ार कर।
आँखें रहेंगीं शाम-ओ-शहर मुन्तज़िर तेरी,
आँखों को सौंप देंगे तेरा इंतज़ार हम।
फरियाद कर रही है यह तरसी हुई निगाह,
देखे हुए किसी को ज़माना गुजर गया।
ये कह-कह के हम दिल को समझा रहे हैं,
वो अब चल चुके हैं वो अब आ रहे हैं।
वो तारों की तरह रात भर चमकते रहे,
हम चाँद से तन्हा सफ़र करते रहे,
वो तो बीते वक़्त थे उन्हें आना न था,
हम यूँ ही सारी रात करवट बदलते रहे।
उल्फ़त के मारों से ना पूछो आलम इंतज़ार का,
पतझड़ सी है ज़िन्दगी और ख्याल है बहार का।
एक लम्हे के लिए मेरी नजरों के सामने आजा,
एक मुद्दत से मैंने खुद को आईने में नहीं देखा।
मुझको अब तुझ से मोहब्बत नहीं रही,
ऐ ज़िन्दगी तेरी भी मुझे ज़रूरत नहीं रही,
बुझ गये अब उसके इंतज़ार के वो दीये,
कहीं आस-पास भी उस की आहट नहीं रही।
ये इंतज़ार न ठहरा कोई बला ठहरी,
किसी की जान गई आपकी अदा ठहरी।
कब आ रहे हो मुलाकात के लिये,
हमने चाँद रोका है एक रात के लिये।
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़,
किसी की आँख में हमको भी इंतज़ार दिखे।
किसी रोज़ होगी रोशन मेरी भी ज़िंदगी,
इंतज़ार सुबह का नहीं तेरे लौट आने का है।
ये जो पत्थर है आदमी था कभी,
इस को कहते हैं इंतज़ार मियां।
रात क्या होती है हमसे पूछिए,
आप तो सोये सवेरा हो गया।
हर आहट पर साँसें लेने लगता है,
इंतज़ार भी भला कभी मरता है।
बस यूँ ही उम्मीद दिलाते हैं ज़माने वाले,
लौट के कब आते हैं छोड़ कर जाने वाले।
हालात कह रहे हैं मुलाकात नहीं मुमकिन,
उम्मीद कह रही है थोड़ा इंतज़ार कर।
ज़ख़्म इतने गहरे हैं इज़हार क्या करें,
हम खुद निशाना बन गए वार क्या करें,
मर गए हम मगर खुली रही ये आँखें,
इससे ज्यादा उनका इंतज़ार क्या करें।
हमने ये शाम चिरागों से सजा रखी है,
आपके इंतजार में पलके बिछा रखी हैं,
हवा टकरा रही है शमा से बार-बार,
और हमने शर्त इन हवाओं से लगा रखी है।
वो रुख्सत हुई तो आँख मिलाकर नहीं गई,
वो क्यों गई यह बताकर नहीं गई,
लगता है वापिस अभी लौट आएगी,
वो जाते हुए चिराग़ बुझाकर नहीं गई।
तेरे इंतज़ार में यह नज़रें झुकी हैं,
तेरा दीदार करने की चाह जगी है,
न जानूँ तेरा नाम, न तेरा पता,
फिर भी न जाने क्यों इस पागल दिल में,
एक अज़ब सी बेचैनी जगी है।
तड़प कर देखो किसी की चाहत में,
पता चलेगा इंतज़ार क्या होता है,
यूँ ही मिल जाता बिना कोई तड़पे तो,
कैसे पता चलता कि प्यार क्या होता है।
तड़पती है आज भी रूह आधी रात को,
निकल पड़ते हैं आँख से आँसू आधी रात को,
इंतज़ार में तेरे वर्षों बीत गए सनम मेरे,
दिल को है आस आएगी तू आधी रात को।
भले ही राह चलतों का दामन थाम ले,
मगर मेरे प्यार को भी तू पहचान ले,
कितना इंतज़ार किया है तेरे इश्क़ में,
ज़रा यह दिल की बेताबी तू भी जान ले।
झुकी हुई पलकों से उनका दीदार किया,
सब कुछ भुला के उनका इंतजार किया
वो जान ही न पाए जज्बात मेरे,
मैंने सबसे ज्यादा जिन्हें प्यार किया।
किन लफ्जों में लिखूँ मैं अपने इन्तजार को तुम्हें,
बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूँढता है खामोशी से तुझे।
आँखों को इंतज़ार की भट्टी पे रख दिया,
मैंने दिये को आँधी की मर्ज़ी पे रख दिया।
कहीं वो आ के मिटा दें न इंतज़ार का लुत्फ़,
कहीं क़ुबूल न हो जाए इल्तिजा मेरी।
जीने की ख्वाइश में हर रोज़ मरते हैं,
वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं,
जूठा ही सही मेरे यार का वादा,
हम सच मानकर ऐतबार करते हैं।
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है,
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है,
लगने लगते हैं अपने भी पराये,
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है।
तड़प के देखो किसी की चाहत में,
तो पता चलेगा, कि इंतजार क्या होता है,
यूं ही मिल जाए, कोई बिना चाहे,
तो कैसे पता चलेगा, कि प्यार क्या होता है।Intezaar Status In Hindi
किश्तों में खुदकुशी कर रही है ये जिन्दगी,
इंतज़ार तेरा…मुझे पूरा मरने भी नहीं देता।
तुम देखना यह इंतज़ार रंग लायेगा ज़रूर,
एक रोज़ आँगन में मौसम-ए-बहार आएगी ज़रूर।
उनकी आवाज़ सुनने को बेकरार रहते हैं,
शायद इसी को दुनिया में प्यार कहते हैं,
काटने से भी जो ना कटे वक्त,
उसी को मोहब्बत में इंतज़ार कहते हैं।
हाथ कि लकीरों पर ऐतबार कर लेना,
भरोसा हो तो किसी से प्यार कर लेना,
खोना पाना तो नसीबों का खेल है,
ख़ुशी मिलेगी बस थोड़ा इंतज़ार कर लेना।
फिर आज कोई ग़ज़ल तेरे नाम न हो जाये,
कहीं लिखते लिखते शाम न हो जाये,
कर रहे हैं इंतज़ार तेरी मोहब्बत का,
इसी इंतज़ार में ज़िन्दगी तमाम न हो जाये।
जैसी है तेरी ख्वाइश वैसे प्यार करेंगे,
हर धड़कन पर अपनी वफ़ा का इक़रार करेंगे,
जहाँ भी जाओगे हर कदम हममे ही पाओगे,
इश्क़ के हर मोड़ पर तेरा इंतज़ार करेंगे।
उनकी अपनी मरजी हो,
तो वो हमसे बात करते है,
और हमारा पागलपन देखो क़ि
सारा दिन उनकी मरजी का इंतजार करते है।
एक आजनबी से मुझे इतना प्यार क्यों है
उसे पाना शायद मेरे नसीब में नहीं
फिर भी हर मोड़ पर उसीका “Intezaar” क्यों है।
किस्मत के भी रंग हज़ार है
जो मिल नहीं सकता है बास उसीका “इंतज़ार” है।
इस दिल चाहता है उसे बेशुमार प्यार करना
उसके साथ कुछ प्यार के बाते करना
नसीब में लिखा है सिर्फ उसकी इंतजार करना
हमें आता नहीं था इकरार करना
ना जाने कैसे कर बैठे प्यार करना
रुकते नहीं थे किसी के लिए
ना जाने कैसे कर रहे है इंतज़ार तेरा
तुम्हे बास “Ignore” करना आता है कभी
सोचा है तुम्हे सामने वाला कितनी उम्मीद से
“Message” करता है।
बात करने के लिए तो बहुत से लोग है
लेकिन मुझे हर पल तेरे ही मेसेज का इंतज़ार रहता है
मोहब्बत हम तुझसे बेशुमार करते है
के पल भी ना गुजरे तेरे बिना
हर वक़्त में रहूं सिर्फ तेरे इंतज़ार में
मै हर वक़्त तेरे इंतजार करता हूं
ये मेरे सनम
मै कीसी और से नहीं सिर्फ
तुम से प्यार करता हूं
उसकी दीदार के लिए हम आज भी उसे याद करते है
उसे हमारी जरूरत नहीं
फिर भी हम उसका “Intezaar” रेहता हैं
बहुत कर लिए इंतज़ार तेरा अब तो सबार भी थक गए है
अब तेरी याद नहीं आएगी यह तुझसे वादा है मेरा
हम जिसके रिप्लाइ आने का इंतज़ार कर रहे है
वह बसी है किसी और के साथ
वो आयेगी नहीं पर में फिर भी उसका “intezaar” करता हूं
एक “Tarfa” ही सही लेकिन
साचा वाला “pyaar” करता हूं।
इंतजार अगर लंबा हो तो चलता है
पर इंतजार अगर एक तरफा हो
तो सिर्फ तकलीफ देता है
आपके दिए हुए फूल पर बाहर वही है
दूर रहते है आपसे पर प्यार वही है
हम मिल ना सकते है आज कल
पर तेरे मोहब्बत के इंतजार वही है
तुमसे मिलने की उम्मीद भी नहीं है
कैसे कहूं फिर भी तुम्हारा “Intezaar” है
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