Maa Shayari || Maa Quotes || Maa Shayari in Hindi
Maa Shayari || Maa Quotes – माँ वह एक शब्द जो एक वाक्यांश में परिभाषित नहीं किया जा सकता है; एक माँ सिर्फ एक व्यक्ति नहीं है जिसने बच्चे को जन्म दिया। एक माँ एक बच्चे की परवरिश करते समय होने वाली भावनाओं, व्यवहारों और बलिदानों के संयोजन का प्रतिनिधित्व करती है
दोस्तों आप सभी ने भी अपने जीवन में कभी ना कभी ये बात जरूर सुनी होगी की भगवान हर किसी के साथ नहीं रह सकता हैं, इसलिए भगवान ने इंसान का ख्याल रखने के लिए माता-पिता को बनाया हैं। हमारे वेद, शास्त्र और ग्रंथों में भी माता पिता को भगवान का रूप बताया गया हैं।
माता-पिता का हर इंसान के जीवन में सबसे बड़ा योगदान होता हैं। पिता के धैर्य एवं माँ की ममता की तुलना संसार का कोई भी प्राणी नही कर सकता। माता-पिता ही ऐसे शख्स हैं जो हमारे जीवन की हर छोटी – बड़ी जरूरतों का ध्यान रखने वाले और खूबसूरत इंसान होते हैं
Maa Shayari
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकान आई,
मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई।।
किसी भी मुश्किल का अब किसी को हल नहीं मिलता,
शायद अब घर से कोई माँ के पैर छूकर नहीं निकलता।।
मैंने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़ दी,
सिर्फ एक कागज़ पर लफ्जे माँ रहने दिया
ख़ुदा ने ये सिफ़त दुनिया की हर औरत को बख्शी है,
कि वो पागल भी हो जाए तो बेटे याद रहते है।।
रूह के रिश्तों की ये गहराइयाँ तो देखिये,
चोट लगती है हमें और चिल्लाती है माँ,
हम खुशियों में माँ को भले ही भूल जायें,
जब मुसीबत आ जाए तो याद आती है माँ।।
सख्त राहों में भी आसान सफ़र लगता है,
ये मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है।।
वो लिखा के लायी है किस्मत में जागना,
माँ कैसे सो सकेगी कि बेटा सफ़र में है।।
जरा सी बात है लेकिन हवा को कौन समझाए,
कि मेरी माँ दिए से मेरे लिए काजल बनाती है
सीधा साधा भोला भाला मैं ही सब से सच्चा हूँ,
कितना भी हो जाऊं बड़ा माँ आज भी तेरा बच्चा हूँ
यूँ तो मैंने बुलन्दियों के हर निशान को छुआ,
जब माँ ने गोद में उठाया तो आसमान को छुआ।।
अपनी माँ को कभी न देखूँ तो चैन नहीं आता है,
दिल न जाने क्यूँ माँ का नाम लेते ही बहल जाता है।।
कभी मुस्कुरा दे तो लगता है जिंदगी मिल गयी मुझको,
माँ दुखी हो तो दिल मेरा भी दुखी हो जाता है।।
गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने,
भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी।।
तेरे क़दमों में ये सारा जहां होगा एक दिन,
माँ के होठों पे तबस्सुम को सजाने वाले।।
सबकुछ मिल जाता है दुनिया में मगर,
याद रखना की बस माँ-बाप नहीं मिलते,
मुरझा कर जो गिर गए एक बार डाली से,
ये ऐसे फूल हैं जो फिर नहीं खिलते
बहुत बुरा हो फिर भी उसको बहुत भला कहती है
अपना गंदा बच्चा भी माँ दूध का धुला कहती है।।
नहीं हो सकता कद तेरा ऊँचा किसी भी माँ से ए खुदा,
तू जिसे आदमी बनाता है, वो उसे इन्सान बनाती है।।
उसके होंठों पे कभी बद्दुआ नहीं होती,
बस इक माँ है जो कभी खफा नहीं होती।।
मांग लूँ यह दुआ कि फिर यही जहाँ मिले,
फिर वही गोद मिले फिर वही माँ मिले
Maa Shayari || Maa Quotes
पहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन,
इक औलाद की तकलीफ़ से माँ टूट जाती है।
कल माँ की गोद में, आज मौत की आग़ोश में,
हम को दुनिया में ये दो वक़्त बड़े सुहाने से मिले।
आँसू निकले परदेस में भीगा माँ का प्यार,
दुख ने दुख से बात की बिन चिट्ठी बिन तार।
भूल जाता हूँ परेशानियां ज़िंदगी की सारी,
माँ अपनी गोद में जब मेरा सर रख लेती है।
है गरीब मेरी माँ फिर भी मेरा ख्याल रखती है,
मेरे लिए रोटी और अपने लिए पतीले की खुरचन रखती है।
बालाएं आकर भी मेरी चौखट से लौट जाती हैं,
मेरी माँ की दुआएं भी कितना असर रखती हैं।
वो उजला हो के मैला हो या मँहगा हो के सस्ता हो,
ये माँ का सर है इस पे हर दुपट्टा मुस्कुराता है।
चलती फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है,
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है।
तेरे क़दमों में ये सारा जहां होगा एक दिन,
माँ के होठों पे तबस्सुम को सजाने वाले।
किसी भी मुश्किल का अब किसी को हल नहीं मिलता,
शायद अब घर से कोई माँ के पैर छूकर नहीं निकलता।
उमर भर तेरी मोहब्बत मेरी खिदमतगार रही माँ,
मैं तेरी खिदमत के काबिल जब हुआ तू चली गयी माँ।
सबकुछ मिल जाता है दुनिया में मगर,
याद रखना की बस माँ-बाप नहीं मिलते,
मुरझा कर जो गिर गए एक बार डाली से,
ये ऐसे फूल हैं जो फिर नहीं खिलते।
रूह के रिश्तों की ये गहराइयाँ तो देखिये,
चोट लगती है हमें और चिल्लाती है माँ,
हम खुशियों में माँ को भले ही भूल जायें,
जब मुसीबत आ जाए तो याद आती है माँ।
बहुत बेचैन हो जाता है जब कभी दिल मेरा,
मैं अपने पर्स में रखी माँ की तस्वीर को देख लेता हूँ।
बेसन की रोटी पर, खट्टी चटनी सी माँ…
याद आती है चौका, बासन, चिमटा, फूंकनी जैसी माँ।
शहर में आ कर पढ़ने वाले ये भूल गए,
किस की माँ ने कितना ज़ेवर बेचा था।
वो लम्हा जब मेरे बच्चे ने माँ पुकारा मुझे,
मैं एक शाख़ से कितना घना दरख़्त हुई।
नींद भी भला इन आँखों में कहाँ आती है,
एक अर्से से मैंने अपनी माँ को नहीं देखा।
जब भी देखा मेरे किरदार पे धब्बा कोई,
देर तक बैठ के तन्हाई में रोया कोई।
“मेरी माँ”
हजारो फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए,
हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए
हजारों बून्द चाहिए समुद्र बनाने के लिए,
पर “माँ “अकेली ही काफी है,
बच्चो की जिन्दगी को स्वर्ग बनाने के लिए..!!
Meri chahat ka jo jahan hain,
Wo meri maa hain.
Meri zameen ka jo aasman hai
Wo meri maa hain.
Mera sb kuchh jis k naam hai
Wo meri maa hain.
Hansi meri jis k wajood se hai
Wo meri maa hain.
Phool me jis tarha khushboo achi lgti hain
Mujhko us tarha meri maa achchi lgti hain
Allah slamat or khush rakhe meri maa ko,
Sari duaon me mujhe ye dua achchi lgti hai
Daastan mere laad pyaar ki
Bas aik hasti k gird ghoomti hai
Pyaar jannat se is liye hai mujhe
Ye meri maa k kadam choomti hai
Pyaa karna koi tum se seekhe
Dular karna koi tum se seekhe
Tum ho mamata ki moorat
Dil me bithayi hai maine yehi soorat
Mere dil ka bas yehi hai kehna
O maa tum bas aisi he rehna
Maa to jannat ka phool hain,
Pyar karna us ka usool hain,
Duniya ki muhabbat fazool hain,
Maa ki har dua kubool hain,
Maa tum pr jaun main vari
Naushavar kardu main apni zindagi sari ki sari
Tum lagti ho mujhe sabse payari
Tum ho pyaar ki devi
Tumhare saath rehna hai mujhe hamesha
Deti hoon hamesha tujhe yehi sandesha
Maa ke bina zindgi viran hoti hain,
Tanha safar me hr rah sunsaan hoti hain,
Zindagi me maa ka hona zarori hain,
Maa ki duaon se hi har mushkil aasaan hoti h
Jee mei aata hai, waqt se kuch palon ko mei chura lun…
Maa ki god mei ser rakhkar, kuch pal sukoon ke bita lun.
Duniye ke sang bhaagte bhaagte thak gaya hun maa…
Teri mamta ki chaon tale thodi neerasta ko mita lun…
Teri murat ko in aankhon mei sada ke liye basa lun…
Tujhse kiye har ek waade ko mei zinda rehte nibha lu…
Teri charno ki dhool ko zara maathe pe mei laga lun…
Apni khusiyon ke phoolon se teri raahon ko mei saja dun.
Maa Shayari in Hindi
ये जो सख्त रस्तो पे भी आसान सफ़र लगता हे
ये मुझ को माँ की दुआओ का असर लगता हे
एक मुद्दत हुई मेरी मां नही सोई तबिश …
मेने एक बार कहा था के मुझे डर लगता हे..!!!
बच्चों को खिलाकर जब सुलादेती है माँ,
तब जाकर थोडा सा सुकोन पाती है माँ,
प्यार कहते हैं किसे ? और ममता क्या चीज़ है ?,
कोई उन बच्चों से पूछे जिनकी गुज़र जाती है माँ,
चाहे हम खुशियों में माँ को भूल जाएँ ,
जब मुसीबत सर पर आती है तो याद आती है माँ.
माँ से रिश्ता कुछ ऐसा बनाया
जिसको निगाहों में बिठाया जाए
रहे उसका मेरा रिश्ता कुछ ऐसा की
वो अगर उदास हो तो हमसे भी मुस्कुराया न जाये
माँ ना होती तो वफ़ा कौन करेगा,
ममता का हक़ भी कौन अदा करेगा,
रब हर एक माँ को सलामत रखना,
वरना हमारे लिए दुआ कौन करेगा.
जिँदगी की पहली Teacher माँ,
जिँदगी की पहली Friend माँ,
Jindagi भी माँ क्योँकि,
Zindagi देने वाली भी माँ.
हमारे कुछ गुनाहों की सज़ा भी साथ चलती है
हम अब तन्हा नहीं चलते दवा भी साथ चलती है
अभी ज़िन्दा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा
मैं जब घर से निकलता हूँ दुआ भी साथ चलती है
“माँ” की एक दुआ जिन्दगी बना देगी,
खुद रोएगी मगर तुम्हे हँसा देगी…
कभी भुल के भी ना “माँ” को रूलाना,
एक छोटी सी गलती पूरा अर्श हिला देगी…!!
माँ तेरी याद सताती है मेरे पास आ जाओ,
थक गया हूँ मुझे अपने आँचल में सुलाओ,
उँगलियाँ फेर कर बालों में मेरे,
एक बार फिर से बचपन की लोरियाँ सुनाओ
आँख खोलू तो चेहरा मेरी माँ का हो
आँख बंद हो तो सपना मेरी माँ का हो
मैं मर भी जाऊं तो भी कोई गम नहीं
लेकिन कफ़न मिले तो दुपट्टा मेरी माँ का हो!!
ऐ मेरे मालिक
तूने गुल को गुलशन में जगह दी,
पानी को दरिया में जगह दी,
पंछियो को आसमान मे जगह दी,
तू उस शख्स को जन्नत में जगह देना,
जिसने मुझे “..नौ..” महीने पेट में जगह दी….!!
ये कहकर मंदिर से फल की पोटली चुरा ली माँ ने….
तुम्हे खिलाने वाले तो और बहुत आ जायगे गोपाल…
मगर मैने ये चोरी का पाप ना किया तो भूख से मर जायेगा मेरा लाल…!
किसी ने रोजा रखा किसी ने उपवास रखा,
कुबूल उसका हुआ जिसने अपने माँ-बाप को अपने पास रखा….!!
माँ की अजमत से अच्छा जाम क्या होगा,
माँ की खिदमत से अच्छा काम क्या होगा,
खुदा ने रख दी हो जिस के कदमों में जन्नत,
सोचो उसके सर का मुकाम क्या होगा।
कौन सी है वो चीज़ जो यहाँ नहीं मिलती,
सब कुछ मिल जाता है लेकिन “माँ” नहीं मिलती…
माँ-बाप ऐसे होते हैं दोस्तों जो ज़िन्दगी में फिर नहीं मिलते,
खुश रखा करो उनको फिर देखो जन्नत कहाँ नहीं मिलती.
Maa Shayari Hindi
जब एक रोटी के चार टुकड़े हों
और खाने वाले पाँच…
तब मुझे भूख नहीं है
ऐसा कहने वाली सिर्फ माँ होती है!!
हे भगवान,
बस इतना काबील बनाना मुझे की,
जिस तरह मेरे माँ-बाप ने मुझे खुश रखा,
मैं भी उन्हें,
बुढ़ापे मैं वैसे खुश रख सकूँ…
जिस के होने से मैं खुदको मुक्कम्मल मानता हूँ,
मेरे रब के बाद मैं बस अपने माँ-बाप को जानता हूँ।
माता पिता के बिना दुनिया की हर चीज कोरी हैं,
दुनिया का सबसे सुंदर संगीत माँ की लोरी हैं।
मेरी दुनिया में इतनी जो शौहरत हैं,
मेरी माता पिता की बदौलत हैं।
माँ-बाप की जिंदगी गुजर जाती है,
बेटे की लाईफ बनाने में,
और बेटा Status लिखता है।
My wife is my life!
हर इंसान अपनी चाहत को चाहता है,
पत्नी को प्यार करता है, लेकिन माँ को पूजता है !
माँ बाप का हाथ पकड़कर रखिये..
लोगो के पांव पकड़ने की जरूरत नही पडेगी…
फूल कभी बार बार नहीं खिलते…
जीवन कभी बार बार नहीं मिलता…
मिलने को तो बहुत से लोग मिल जाते है…
लेकिन हज़ारो गलतियों को माफ़ करने वाले…
माँ बाप नहीं मिलते !!
वों माँ ही है, जिसकी
ख़ुशी हमारी मुस्कान से है
और दुःख हमारी पीड़ा से
मेरे पिता का एहसास सूरज की
भांति हैं, जो गर्म जरुर होता हैं
लेकिन अगर ना हो तो
अँधेरा छा जाता हैं
जिस दिन तुम्हारे कारण माँ बाप
की आँखों में आँसू आते है….
याद रखना उस दिन तुम्हारा ….
किया सारा धर्म कर्म
आँसुओ में बह जाते है
पता नहीं कैसे पत्थर की मूर्ति के लिए जगह बना लेते है
घर मैं वो लोग, जिनके घर में माता-पिता के लिए कोई
स्थान नहीं होता है
इज्जत भी मिलेगी तुम्हे दौलत भी मिलेगी,
खिदमत करो माँ-बाप की जन्नत भी मिलेगी
पता नहीं क्या जादू है
मेरी माँ के पैरों में जितना झुकता हूँ
उतना ही ऊपर जाता हूँ।
चाहे कितने भी करो पूजा पाठ,
करो तीर्थ या परोपकार अगर माँ बाप
को ठुकरा दिया तो सब जायेगा बेकार .
माता पिता का साथ, उनका विस्वास,
जीवन का सच शुख है,
उनके चरणो में शीश झुके हमेशा,
यही हमारा परम-धर्म है।
टुकड़ों में बिखरा हुआ किसीका जिगर दिखाएँगे,
कभी आना भूखे सोए बच्चों के माँ बाप से मिलाएँगे
मैं दिखती हूँ माँ जैसी सब कहते है…
सब कहते हैं, सच कहते है…
पर मैं हूँ अपने पापा की बेटी
चंदा ने पूछा तारों से,
तारों ने पूछा हज़ारों से…
सबसे प्यारा कौन है ? पापा मेरे पापा
अपनों के दरमियां सियासत फ़िजूल है
मक़सद न हो कोई, तो बग़ावत फ़िजूल है
रोज़ा, नमाज़, सदक़ा-ऐ-ख़ैरात या हो हज,
माँ बाप खुश ना हों तो, सारी इबादत फ़िजूल है
मेरे बच्चे तुझे…………………और क्या चाहिए
बूढ़े माँ बाप ने तुझको अपनी जवानी दी है !!
Latest Maa Shayari
किसी को घर मिला हिस्से में या कोई दुकान आई,
मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में माँ आई।।
किसी भी मुश्किल का अब किसी को हल नहीं मिलता,
शायद अब घर से कोई माँ के पैर छूकर नहीं निकलता।।
मैंने कल शब चाहतों की सब किताबें फाड़ दी,
सिर्फ एक कागज़ पर लफ्जे माँ रहने दिया
ख़ुदा ने ये सिफ़त दुनिया की हर औरत को बख्शी है,
कि वो पागल भी हो जाए तो बेटे याद रहते है।।
रूह के रिश्तों की ये गहराइयाँ तो देखिये,
चोट लगती है हमें और चिल्लाती है माँ,
हम खुशियों में माँ को भले ही भूल जायें,
जब मुसीबत आ जाए तो याद आती है माँ।।
सख्त राहों में भी आसान सफ़र लगता है,
ये मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है।।
वो लिखा के लायी है किस्मत में जागना,
माँ कैसे सो सकेगी कि बेटा सफ़र में है।।
जरा सी बात है लेकिन हवा को कौन समझाए,
कि मेरी माँ दिए से मेरे लिए काजल बनाती है
सीधा साधा भोला भाला मैं ही सब से सच्चा हूँ,
कितना भी हो जाऊं बड़ा माँ आज भी तेरा बच्चा हूँ
यूँ तो मैंने बुलन्दियों के हर निशान को छुआ,
जब माँ ने गोद में उठाया तो आसमान को छुआ।।
अपनी माँ को कभी न देखूँ तो चैन नहीं आता है,
दिल न जाने क्यूँ माँ का नाम लेते ही बहल जाता है।।
कभी मुस्कुरा दे तो लगता है जिंदगी मिल गयी मुझको,
माँ दुखी हो तो दिल मेरा भी दुखी हो जाता है।।
गिन लेती है दिन बगैर मेरे गुजारें हैं कितने,
भला कैसे कह दूं कि माँ अनपढ़ है मेरी।।
तेरे क़दमों में ये सारा जहां होगा एक दिन,
माँ के होठों पे तबस्सुम को सजाने वाले।।
सबकुछ मिल जाता है दुनिया में मगर,
याद रखना की बस माँ-बाप नहीं मिलते,
मुरझा कर जो गिर गए एक बार डाली से,
ये ऐसे फूल हैं जो फिर नहीं खिलते
बहुत बुरा हो फिर भी उसको बहुत भला कहती है
अपना गंदा बच्चा भी माँ दूध का धुला कहती है।।
नहीं हो सकता कद तेरा ऊँचा किसी भी माँ से ए खुदा,
तू जिसे आदमी बनाता है, वो उसे इन्सान बनाती है।।
उसके होंठों पे कभी बद्दुआ नहीं होती,
बस इक माँ है जो कभी खफा नहीं होती।।
मांग लूँ यह दुआ कि फिर यही जहाँ मिले,
फिर वही गोद मिले फिर वही माँ मिले
Maa Quotes Hindi
पहाड़ो जैसे सदमे झेलती है उम्र भर लेकिन,
इक औलाद की तकलीफ़ से माँ टूट जाती है।
कल माँ की गोद में, आज मौत की आग़ोश में,
हम को दुनिया में ये दो वक़्त बड़े सुहाने से मिले।
आँसू निकले परदेस में भीगा माँ का प्यार,
दुख ने दुख से बात की बिन चिट्ठी बिन तार।
भूल जाता हूँ परेशानियां ज़िंदगी की सारी,
माँ अपनी गोद में जब मेरा सर रख लेती है।
है गरीब मेरी माँ फिर भी मेरा ख्याल रखती है,
मेरे लिए रोटी और अपने लिए पतीले की खुरचन रखती है।
बालाएं आकर भी मेरी चौखट से लौट जाती हैं,
मेरी माँ की दुआएं भी कितना असर रखती हैं।
वो उजला हो के मैला हो या मँहगा हो के सस्ता हो,
ये माँ का सर है इस पे हर दुपट्टा मुस्कुराता है।
चलती फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है,
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है।
तेरे क़दमों में ये सारा जहां होगा एक दिन,
माँ के होठों पे तबस्सुम को सजाने वाले।
किसी भी मुश्किल का अब किसी को हल नहीं मिलता,
शायद अब घर से कोई माँ के पैर छूकर नहीं निकलता।
उमर भर तेरी मोहब्बत मेरी खिदमतगार रही माँ,
मैं तेरी खिदमत के काबिल जब हुआ तू चली गयी माँ।
सबकुछ मिल जाता है दुनिया में मगर,
याद रखना की बस माँ-बाप नहीं मिलते,
मुरझा कर जो गिर गए एक बार डाली से,
ये ऐसे फूल हैं जो फिर नहीं खिलते।
रूह के रिश्तों की ये गहराइयाँ तो देखिये,
चोट लगती है हमें और चिल्लाती है माँ,
हम खुशियों में माँ को भले ही भूल जायें,
जब मुसीबत आ जाए तो याद आती है माँ।
बहुत बेचैन हो जाता है जब कभी दिल मेरा,
मैं अपने पर्स में रखी माँ की तस्वीर को देख लेता हूँ।
बेसन की रोटी पर, खट्टी चटनी सी माँ…
याद आती है चौका, बासन, चिमटा, फूंकनी जैसी माँ।
शहर में आ कर पढ़ने वाले ये भूल गए,
किस की माँ ने कितना ज़ेवर बेचा था।
वो लम्हा जब मेरे बच्चे ने माँ पुकारा मुझे,
मैं एक शाख़ से कितना घना दरख़्त हुई।
नींद भी भला इन आँखों में कहाँ आती है,
एक अर्से से मैंने अपनी माँ को नहीं देखा।
जब भी देखा मेरे किरदार पे धब्बा कोई,
देर तक बैठ के तन्हाई में रोया कोई।
“मेरी माँ”
हजारो फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए,
हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए
हजारों बून्द चाहिए समुद्र बनाने के लिए,
पर “माँ “अकेली ही काफी है,
बच्चो की जिन्दगी को स्वर्ग बनाने के लिए..!!
MERI CHAHAT KA JO JAHAN HAIN,
WO MERI MAA HAIN.
MERI ZAMEEN KA JO AASMAN HAI
WO MERI MAA HAIN.
MERA SB KUCHH JIS K NAAM HAI
WO MERI MAA HAIN.
HANSI MERI JIS K WAJOOD SE HAI
WO MERI MAA HAIN.
PHOOL ME JIS TARHA KHUSHBOO ACHI LGTI HAIN
MUJHKO US TARHA MERI MAA ACHCHI LGTI HAIN
ALLAH SLAMAT OR KHUSH RAKHE MERI MAA KO,
SARI DUAON ME MUJHE YE DUA ACHCHI LGTI HAI
हमारे कुछ गुनाहों की सज़ा भी साथ चलती है
हम अब तन्हा नहीं चलते दवा भी साथ चलती है
अभी ज़िन्दा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा
मैं जब घर से निकलता हूँ दुआ भी साथ चलती है
DAASTAN MERE LAAD PYAAR KI
BAS AIK HASTI K GIRD GHOOMTI HAI
PYAAR JANNAT SE IS LIYE HAI MUJHE
YE MERI MAA K KADAM CHOOMTI HAI
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