हम तो अपने दुश्मनों को भी चाहते हैं
क्योंकि उन्हीं के कारण तो हमारी पहचान बनती है
भाई बोलने का हक़ मैंने सिर्फ दोस्तों को दिया है ,.,
वरना दुश्मन तो आज भी हमें बाप के नाम से पहचानते हैं ,.,!!
हम आज भी अपने हुनर मे दम रखते है,
छा जाते हैं रंग, जब हम महफिल मे कदम रखते_ है
सिक्का दोनों का होता है,
Heads का भी Tale का भी,
पर वक्त सिर्फ उसका_होता है जो पलट कर उपर_आता है …
कभी ना कभी किसी ना किसी मोड़ पर वो मिलेगी,
जो हमारी Photo को अपना Wallpaper बनायेगी ।। |