जिन्दगी में एक बात तय है
कि कुछ भी तय नही है
बोलना तो सब जानते हैं मगर कब और
क्या बोलना है,यह बहुत कम लोग जानते हैं।
जुबान से माफ करने में वक्त नही लगता,
दिल से माफ करने में उम्र बीत जाती हैं।
ठोकर इसलिए नही लगती के इंसान गिर जाए बल्कि
ठोकर इसलिए लगती हैं कि इंसान संभल जाए।
उनके हाथो से फिसल जीती है चीजें अक्सर,
हमारा दिल भी उन्ही के पास हैं खुदा खैर करे।