Latest 95+ Intezar Shayari in Hindi 2022 | इंतज़ार शायरी हिंदी
Intezar Shayari in Hindi 2022: –जब हम इंतज़ार शब्द सुनते है तो हमारे जगन में बहुत से बहुत सारे ख्याल आते है कुछ समय के इंतजार का तो कुछ किसी के reply के इंतजार का. लेकिन इंतजार के समय इंसान हमेसा बेबस ही होता है और बेबसी के दर्द को बाटने के लिए आज हम Latest 95+ Intezar Shayari in Hindi 2022 | इंतज़ार शायरी हिंदी में लेकर आये है.
किश्तों में खुदकुशी कर रही है ये जिन्दगी,
इंतज़ार तेरा…मुझे पूरा मरने भी नहीं देता।
उल्फ़त के मारों से ना पूछो आलम इंतज़ार का,
पतझड़ सी है ज़िन्दगी और ख्याल है बहार का।
यूँ ही भटकते रहते हैं अरमान तुमसे मिलने के,
न ये दिल ठहरता हैं न तेरा इंतजार रुकता हैं,
बस एक शख्स की जिद है मुझे,
ना उस जैसा चाहिए ना उसके सिवा।
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है,
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है,
लगने लगते हैं अपने भी पराये,
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है।
Unka Inezaar Kiya Shayari
हम ताउम्र किसी न किसी तरीके से इंतजार करते ही है, अब चाहे वो किसी के उत्तर का या वक्त आने का क्या खूब कहा है किसी ने “की ज़िन्दगी गुजर जाती है इंतजार में” नीचे आपको हम Unka Inezaar Kiya Shayari दे रहे हमे उम्मीद है की आपके दिल को जरूर छुएगी.
आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ होनज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है
ज़ख़्म इतने गहरे हैं इज़हार क्या करें,
हम खुद निशाना बन गए वार क्या करें,
मर गए हम मगर खुली रही ये आँखें,
इससे ज्यादा उनका इंतज़ार क्या करें।
उनका भी कभी हम दीदार करते है
उनसे भी कभी हम प्यार करते है
क्या करे जो उनको हमारी जरुरत न थी पर
फिर भी हम उनका इंतज़ार करते है
आहटें सुन रहा हूँ यादों की
आज भी अपने इंतज़ार में ग़ुम
क्यों किसी से इतना प्यार हो जाता है,
एक पल का इंतज़ार भी दुश्वार हो जाता है,
लगने लगते हैं अपने भी पराये,
और एक अजनबी पर ऐतबार हो जाता है..
रात देर तक तेरी दहलीज़ पर
बैठी रहीं आँखें,
खुद न आना था तो कोई
ख्वाब ही भेज दिया होता।
फरियाद कर रही है यह तरसी हुई निगाह,
देखे हुए किसी को ज़माना गुजर गया।
कभी खुशी से खुशी के तरफ नहीं देखा।
तेरे जाने के बाद किसी और को नहीं देखा।
तेरा इंतजार करना तो है लिजिम।
इसलिए कभी हमने घड़ी की तरफ नहीं देखा।
एक मुलाक़ात की आस में मैं ज़िंदगी गुज़ार लूंगा,
तुम हां तो कहो तुम्हारे लिए उम्र भर इंतज़ार करूंगा।
एक रात वो गया था जहाँ बात रोक के,
अब तक रुका हुआ हूँ वहीं रात रोक के।
हम तुझसे अब कुछ नहीं मांगते खुदा,
तेरी दे कर छीन लेने की आदत हमें मंजूर है।
ankhon ka Intezaar shayari
आँखों का इंतजार शायरी की अगर बात करे तो ये बात वही समझ सकेगा जिसका प्यार अभी अभी परवान चढ़ा हो, और अगर आप भी इस दौर से गुजर चुके है तो समझ सकेंगे.
अक्रसर लोगो के द्वारा कहा जाता है की, प्यार शुरुआत आँखों से होती है, और अक्सर महबूब महबूबा एक दुसरे की आँखों को देख कर उनके भावनाओ को समझ जाते है. आपकी भावनाओ का क़द्र करते हुए नीचे ankhon ka Intezaar shayari share कर रहे है.
तेरे इश्क़ की आग मेरे दिल को
आज भी खूब जलाया करती है,
जुदा हो गए तो क्या हुआ ये आँख
आज भी तुम्हारा इंतज़ार करती है।
हर वक़्त तेरे आने की आस रहती है
हर पल तुमसे मिलने की प्यास रहती है
सब कुछ है यहाँ बस तू नही
इसलिए शायद ज़िन्दगी उदास रहती है
इंतज़ार शायरी
हमने ये शाम चिरागों से सजा रखी है,
आपके इंतजार में पलके बिछा रखी हैं,
हवा टकरा रही है शमा से बार-बार,
और हमने शर्त इन हवाओं से लगा रखी है।
इंतजार रहेगा तु आ ना आ,इरादे का पक्का हूँ ऊपर से आशिक भी तेरा हूँ.
सीने से लगा के सुन वो धड़कन जो तुझसे मिलने के इंतजार में है
आने में सदा देर लगाते ही रहे तुम
जाते रहे हम जान से, आते ही रहे तुम
उनकी आवाज़ सुनने को बेकरार रहते हैं,
शायद इसी को दुनिया में प्यार कहते हैं,
काटने से भी जो ना कटे वक्त,
उसी को मोहब्बत में इंतज़ार कहते हैं..
उनसे मिलने को तरसती हैं आँखें,
तरस तरस कर बरसती हैं आँखें,
बरस बरस कर जब थक जाती हैं आँखें,
तो फिर से मिलने को तरसती हैं आँखें।
ये कह-कह के हम दिल को समझा रहे हैं,
वो अब चल चुके हैं वो अब आ रहे हैं।
हम तो आपसे पलकें बिछा कर प्यार करते हैं ।
ये वो गुनाह हैं जो हम बार बार करते हैं।
दिल से ख्वाहिशो केई चिराग जलाकर।
हम सुबहो शाम तेरे मिलने का इंतजार करते हैं।
आंखों का इंतज़ार तुम पर आकर ही तो खत्म होता है,
फिर चाहे वो हकीकत या फिर ख्वाब।
Intezaar To Hai shayari
दोस्तो वैसे तो हर किसी ने कभी न कभी प्रेम किया होगा और उसमे कभी किसी का इंतजार भी. लेकिन यंहा हम जिस इंतजार की बात क्र रहे है वो किसी का रास्ते में रूककर किसी के आने का इंतजार नहीं है, बल्कि भवनात्म इंतजार है.
शायद आपको समझने में थोड़ी समस्या हो रही है, हम आपको एक उदाहरन से समझाते है, मान लीजिये की आप किसी लड़की को पसंद करते है और उसके हां बोलने का इंतजार कर रहे हो.
किन लफ्जों में लिखूँ मैं अपने इन्तजार को तुम्हें,
बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूँढता है खामोशी से तुझे।
वो शहर बदलता रहा हम उसी शहर में बसे रहे,
वो हमसफ़र बदलता रहा हम उन्हीं में उलझे रहे।
किन लफ्जों में लिखूँ अपने इन्तजार को मैं,
मेरा बेजुबां इश्क़ तुझे बड़ी खामोशी से ढूँढता है।
सुनो बहुत इन्तजार करता हूँ तुह्मारा
सिर्फ एक कदम बढ़ा दो
बाकि के फासले मै खुद तय कर लूँगा
उम्मीदों के शहरे जिए जा रहे है, तेरे नाम होठों पे लिए जा रहे है, एक वो है जो आने का नाम नहीं लेती, एक हम है कि इंतज़ार किये जा रहे है.
वो रुख्सत हुई तो आँख मिलाकर नहीं गई,
वो क्यों गई यह बताकर नहीं गई,
लगता है वापिस अभी लौट आएगी,
वो जाते हुए चिराग़ बुझाकर नहीं गई।
ये कैसी मोहब्बत है की मै किस खुमार में हूँ
वो आके जा चुकी है मै अब भी इंतजार मे हूँ
अब इन हुदूद में लाया है इंतज़ार मुझे
वो आ भी जाएँ तो आए न ऐतबार मुझे
किश्तों में खुदकुशी कर रही है ये जिन्दगी,
इंतज़ार तेरा…मुझे पूरा मरने भी नहीं देता..
मेरी निगाह में फिर कोई दूसरा चेहरा नहीं आया,
भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का।
वो तारों की तरह रात भर चमकते रहे,
हम चाँद से तन्हा सफ़र करते रहे,
वो तो बीते वक़्त थे उन्हें आना न था,
हम यूँ ही सारी रात करवट बदलते रहे।
Shayari about Intezaar (Waiting)
Shayari about Intezaar (Waiting):- आपमें से बहुत लोगो मेरी तरह school में first Love हुआ होगा, यदि हां तो आप शायद मेरी भावनाओ को समझ सकेंगे “वो उसका स्कूल में आने, वो उसका पानी पिने जाना, सारा समय बस आंख मिचोली में निकल जाता था.
वो उसके आने का इंतजार करना और अगर वो उस दिन ना आये तो पूरा दिन class में मन न लगना, अपना असाइनमेंट छोड़ उसका पहले पूरा करना, और बस इंतजार बस इस बात का की मेरी हो जाए.
अरमान था तेरे साथ ज़िन्दगी बिताने का,
शिकवा हैं खुद से खामोश रह जाने का,
दीवानगी इससे बढ़ कर और क्या होगी,
आज भी इंतजार हैं तेरे आने का,
खुद हैरान हूँ मैं अपने सब्र का पैमाना देख कर,
तूने याद भी ना किया,
और मैंने इंतज़ार नहीं छोड़ा।
आँखों को इंतज़ार की भट्टी पे रख दिया,
मैंने दिये को आँधी की मर्ज़ी पे रख दिया।
बड़ा मुश्किल से बना हूँ टूट जाने के बाद,
मैं आज भी रो देता हूँ मुस्कुराने के बाद।
मुझे तो अब ख्वाब में भी नींद नहीं आती है,
दिल हैरत में है कि ये मुझे किसका इंतज़ार है।
बड़ी मुश्किल में हूँ कैसे इज़हार करू
वो तो खुशबू है कैसे गिरफ्तार करू
उसकी मोहब्बत में मेरा हक नही लेकिन
दिल करता है की आखरी साँस तक उसका इन्तजार करू
तेरे इंतज़ार में यह नज़रें झुकी हैं,
तेरा दीदार करने की चाह जगी है,
न जानूँ तेरा नाम, न तेरा पता,
फिर भी न जाने क्यों इस पागल दिल में,
एक अज़ब सी बेचैनी जगी है।
कितने अनमोल होते है अपनों के रिश्तें,
कोई याद ना करे तो भी इंतज़ार रहेता है
हाथ कि लकीरों पर ऐतबार कर लेना,
भरोसा हो तो किसी से प्यार कर लेना,
खोना पाना तो नसीबों का खेल है,
ख़ुशी मिलेगी बस थोड़ा इंतज़ार कर लेना..
आपकी जुदाई भी हमें प्यार करती है,
आपकी यादें भी हमे बेकरार करती है,
आते जाते यूँ ही हो जाए मुलाकात आपसे,
तलाश आपको ये नजर बार बार करती है।
Ek Pal Ka Intezaar shayari
ये बात सच है की जब आप किसी का wait करो तो वो समय पहाड़ सा लगता है, काटे नहीं कटता वो इंतजार ला लम्हा. आपको भावनाओ को और भी ज्यादा creative बनाने के लिए Ek Pal Ka Intezaar shayari share कर रहे है, आप जरूर enjoy करेंगे.
कल भी तुम्हारा इंतज़ार था,
आज भी तुम्हारा इंतज़ार है,
और हमेशा तुम्हारा ही इंतज़ार रहेगा।
कहीं वो आ के मिटा दें न इंतज़ार का लुत्फ़,
कहीं क़ुबूल न हो जाए इल्तिजा मेरी।
हर शाम इंतज़ार रहता है तेरा,
रातें कटती हैं ले-ले कर नाम तेरा,
हम कबसे बैठे हैं ये आस पाले,
कभी न कभी तो आएगा कोई पैगाम तेरा।
उस अजनबी से तुझे इतना प्यार क्यों है
इंकार करने पर भी चाहत का इन्तजार कतु है
उसे पाना नही मेरी किश्मत में सायद
फिर भी हर मोड़ पे उसी का इन्तजार क्यों है
इंतजार शायरी
ओ जाने वाले आ कि तिरे इंतिज़ार मेंरस्ते को घर बनाए ज़माने गुज़र गए
तड़प कर देखो किसी की चाहत में,
पता चलेगा इंतज़ार क्या होता है,
यूँ ही मिल जाता बिना कोई तड़पे तो,
कैसे पता चलता कि प्यार क्या होता है।
क्या माँगु खुदा से आप को पाने के बाद
किसका करू इंतेज़ार ज़िंदगी मे आपके आने क बाद
क्यू प्यार पे जान लूटते हैं लोग,
आज मालूम हुआ हैं आप को पाने के बाद.
Intezaar Kya Hota Hai shayari
फिर आज कोई ग़ज़ल तेरे नाम न हो जाये,
कहीं लिखते लिखते शाम न हो जाये,
कर रहे हैं इंतज़ार तेरी मोहब्बत का,
इसी इंतज़ार में ज़िन्दगी तमाम न हो जाये..
एक लम्हे के लिए मेरी नजरों के सामने आजा,
एक मुद्दत से मैंने खुद को आईने में नहीं देखा।
इंतजार हमारा करे कोई मंजिल हमारी बने कोई।
दिल की यह आरजू हैं हमारे दिल में आके रहे कोई।
तुम्हारी यादों पर इख़्तियार हो नही सकता,
लौट आओ के अब इंतज़ार हो नही सकता।
जीने की ख्वाइश में हर रोज़ मरते हैं,
वो आये न आये हम इंतज़ार करते हैं,
जूठा ही सही मेरे यार का वादा,
हम सच मानकर ऐतबार करते हैं।
सच्ची मोहब्बत कभी ख़त्म नहीं होती,
बस वक्त के साथ खामोश हो जाती है।
हम चाँद की तरह तन्हा सफ़र करते रहे,
तुम तारों की तरह रात भर चमकते रहे।
दिल में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे, आँखों में यादों की नमी छोड़ जायेंगे, ढूंढ़ते फिरोगे हमें एक दिन, जिंदगी में एक यार की कमी छोड़ जायेंगे.
तड़पती है आज भी रूह आधी रात को,
निकल पड़ते हैं आँख से आँसू आधी रात को,
इंतज़ार में तेरे वर्षों बीत गए सनम मेरे,
दिल को है आस आएगी तू आधी रात को।
राह चलते तू औरों का दामन थाम ले,
मगर मेरे प्यार को भी तू थोड़ा पहचान ले,
कितना इंतज़ार किया है तेरे इश्क़ में मैंने,
जरा इस दिल की बेताबी को भी तू जान ले..
Intezaar Tera shayari in hindi
मुझको अब तुझ से मोहब्बत नहीं रही,
ऐ ज़िन्दगी तेरी भी मुझे ज़रूरत नहीं रही,
बुझ गये अब उसके इंतज़ार के वो दीये,
कहीं आस-पास भी उस की आहट नहीं रही।
इक रात वो गया था जहाँ बात रोक के,
अब तक रुका हुआ हूँ वही रात रोक के,
एक उम्र कट गई हैं तेरे इंतजार में,
ऐसे भी है कि कट ना सकी जिन से एक रात,
उम्मीद भी बड़े कमाल की चीज़ होती है,
सब्र गिरवी रख इंतज़ार थमा देती है।
मिली है किसी को बिन मांगे वो,
हमें तो इबादत के बाद भी इंतज़ार ही मिला।
मेरे दिल में फिर कोई दूसरा कभी नहीं आया,
मुझे भरोसा ही कुछ ऐसा था तुम्हारे लौट आने का।
रंग रंग तेरी मौजूदगी का मोहताज है,तेरे बगैर ये दुनियाँ बेरंग सी लगती है
भले ही राह चलतों का दामन थाम ले,
मगर मेरे प्यार को भी तू पहचान ले,
कितना इंतज़ार किया है तेरे इश्क़ में,
ज़रा यह दिल की बेताबी तू भी जान ले।
जैसी है तेरी ख्वाइश वैसे प्यार करेंगे,
हर धड़कन पर अपनी वफ़ा का इक़रार करेंगे,
जहाँ भी जाओगे हर कदम हममे ही पाओगे,
इश्क़ के हर मोड़ पर तेरा इंतज़ार करेंगे..
ये इंतज़ार न ठहरा कोई बला ठहरी,
किसी की जान गई आपकी अदा ठहरी।
बदलना आता नहीं हमे मैसम कि तरह,
हर एक रुत में तेरा इंतजार करते हैं,
ना तुम समझ सकोगे जिसे कयामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हें इतना प्यार करते हैं,
Mohabbat Mein Intezaar shayari
इंतज़ार के इन लम्हों में,
ज़माना ना जीत जाए,
इंतज़ार करते-करते कहीं,
ज़िन्दगी ना बीत जाए।
तड़प के देखो किसी की चाहत में,
तो पता चलेगा, कि इंतजार क्या होता है,
यूं ही मिल जाए, कोई बिना चाहे,
तो कैसे पता चलेगा, कि प्यार क्या होता है।
खैरियत पूछने वाले तो बहोत मिले,
तलाश तो उसकी है जो ख्याल भी रखे।
मेरी आँखें भी अब मेरी पलकों से सवाल करती हैं,
ये हर वक़्त सिर्फ और सिर्फ आपको ही याद करती हैं,
ये बड़ी गुस्ताख़ हैं जब तक देख न लें चेहरा आपका,
राहों में एक ताक बस आपका ही इंतज़ार करती हैं।
ख़्वाब सजाकर उसका इंतज़ार करता रहा मैं…इसी तरह एक बेवफ़ा से प्यार करता रहा मैं
खुद एक बार उसे यह एहसास दिला दे,
कितना इंतज़ार है ज़रा उसे बता दे,
हर पल देखते हैं रास्ता उसी का,
ना इंतज़ार करना पड़े, मुझे ऐसी नींद सुला दे।
खुद हैरान हूँ मैं
अपने सब्र का पैमाना देख कर,
तूने याद भी ना किया
और मैंने इंतज़ार नहीं छोड़ा..
कब आ रहे हो मुलाकात के लिये,
हमने चाँद रोका है एक रात के लिये।
कभी तो चौक के देखे कोई हमारी तरफ,
किसी कि आँखो में हमको भी कोई इंतजार देखे
किन लफ्जों में लिखूँ मैं अपने इंतज़ार को तुम्हें,
बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूंढ़ता है खामोशी से तुझे।
इंतज़ार अगर लम्बा हो तो चलता है,
मगर इंतज़ार एकतरफा हो तो सिर्फ तकलीफ देता है।
dekhne ko bekrar shayari
अक्सर प्यार में ये पल अत है जब दीदार को आंखे तरस जाती है, एक झलक पाने के लिए हमारा चैन छीन जाता है, और जब वो दिख जाते है तो मनो की दुनिया का असीम दोलत उपरवाले ने दे दी हो, dekhne ko bekrar shayari आपको जरूर पसंद आयेगी.
तुम मेरे बीते वक़्त थे तुम्हें आना ही नहीं था,
हम तो यूँ ही सारी रात करबटें बदलते रहे।
हालात कह रहे है., के अब मुलाक़ात नहीं होगी…..उम्मीद कह रही हैं…, ज़रा इन्तेज़ार कर…..
मोहब्बत का इम्तिहान आसान नहीं,
प्यार सिर्फ पाने का नाम नहीं,
मुद्दतें बीत जाती है किसी के इंतज़ार में,
यह सिर्फ पल दो पल का काम नहीं।
इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा,
यादें कटती हैं ले ले कर नाम तेरा,
मुद्दत से बैठे हैं यह आस पाले,
कि कभी तो आएगा कोई पैगाम तेरा..
ऐ हवा उनको दे दो खबर उनको मेरी मैत कि,
और कहना कि कफन कि ख़्वाहिश में मेरी लाश,
उनके आचँल का इंतजार करती हैं,
वादा है खुद से अगर तुम ना मिली इतना दूर चला जाऊंगा तुझसे,
फिर इंतजार करती रह जाओगी,
कभी ना मिल पाऊंगा तुझसे।
तुम देखना यह इंतज़ार रंग लायेगा ज़रूर,
एक रोज़ आँगन में मौसम-ए-बहार आएगी ज़रूर।
दिल तो रोज कहता है की मुझे कोई सहारा चाहिए,
फिर दिमाग कहता है की क्या तुम्हे धोखा दुबारा चाहिए।
पता नहीं इंतज़ार रात का था या तुम्हारा था,
मैंने राहों में दिया जलाया भी और बुझाया भी।
जी भर गया है तो बता दो…. हमें इनकार पसंद है…. इंतजार नहीं…!
फासला मिटा कर आपस में प्यार रखना,
हमारा यह रिश्ता हमेशा बरकरार रखना,
बिछड़ जाएं कभी आप से हम,
आँखों में हमेशा मेरा इंतज़ार रखना।
उनकी अपनी मरजी हो,
तो वो हमसे बात करते है,
और हमारा पागलपन देखो क़ि
सारा दिन उनकी मरजी का इंतजार करते है..
Intezaar Teri Mohabbat Ka shayari
राह चलते तू औरों का दामन थाम ले,
मगर मेरे प्यार को भी तू थोड़ा पहचान ले,
कितना इंतज़ार किया है तेरे इश्क़ में मैंने,
जरा इस दिल की बेताबी को भी तू जान ले।
करीब रहो तो इतना कि रिश्तो में प्यार रहे,
दुर भी रहो इतना कि आने का इंतजार रहे,
रखो उम्मीद रिश्तो कि दरमिया इतनी,
कि टूट जाए उम्मीद पर रिश्ते बरक़रार रहे,
हम इस इंतज़ार में रह गए कि वो हमें इंतज़ार नही करवाएँगे,
हमें क्या खबर थी कि वो खुद ही हमारा इंतज़ार कर रहे थे।
उनकी आवाज़ सुनने को बेकरार रहते हैं,
शायद इसी को दुनिया में प्यार कहते हैं,
काटने से भी जो ना कटे वक्त,
उसी को मोहब्बत में इंतज़ार कहते हैं।
तेरे जाने से कुछ बदला तो नहीं,
रात भी आई थी और चाँद भी था हां मगर नींद नहीं।
मैंने कभी ख़ुशी से ख़ुशी की तरफ नहीं देखा,
तुम्हारे बाद हमने किसी की तरफ नहीं देखा,
मुझे यही सोच कर तेरा इंतजार है ऐ जालिम,
इसलिए तमाम उम्र हमने घडी की तरफ नहीं देखा ।
हालात कह रहे हैं मुलाकात नहीं मुमकिन,उम्मीद कह रही है थोड़ा इंतज़ार कर।
उस नज़र को मत देखो,
जो आपको देखने से इनकार करती है,
दुनियां की भीड़ में उस नज़र को देखो,
जो सिर्फ आपका इंतजार करती है।
उसे भुला दे मगर इंतज़ार बाकी रख,
हिसाब साफ न कर कुछ हिसाब बाकी रख..
खुद हैरान हूँ मैं
अपने सब्र का पैमाना देख कर,
तूने याद भी ना किया
और मैंने इंतज़ार नहीं छोड़ा।
फिजाओ का बदलने का इंतजार मत कर।
आँधियो का रुकने का इंतजार मत कर।
पकर किसी को और फरार हो जा।
पापा कि पसंद का इंतजार मत कर।
मैं तुम्हारा इंतज़ार करूँगा,
तुम मेरे रूह में समाये हुए हो,
तुमको कैसे मैं भुलाऊँगा।
हाथ कि लकीरों पर ऐतबार कर लेना,
भरोसा हो तो किसी से प्यार कर लेना,
खोना पाना तो नसीबों का खेल है,
ख़ुशी मिलेगी बस थोड़ा इंतज़ार कर लेना।
इज़हार करने वालों से मत पूछो प्यार की परिभाषा,
यह इंतज़ार करने वालों का विषय है।
ये जिन्दगी किश्तों में खुदकुशी कर रही है,
और इंतज़ार तेरा मुझे पूरा मरने भी नहीं देता ।
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